सोने का सही समय क्या है

सोने का सही समय क्या है (sone ka sahi samay)। नींद हमारे बेहतर स्वास्थ्य के लिए कितनी जरुरी है, इसका अंदाज़ा तो आपको भी जरुर होगा और आप ये भी जानते हैं कि हर दिन 6-8 घंटे की राहत भरी नींद ही आपके तन और मन की सेहत को बेहतर बनाये रख सकती है।

लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि सिर्फ निश्चित घंटों की नींद लेने से ही आप स्वस्थ नहीं रह सकते हैं बल्कि सोने का समय निश्चित होना भी बहुत जरुरी होता है।

ऐसे में क्यों ना, आज इसी बारे में बात की जाये। तो चलिए, आज आपको बताते हैं कि सोने का समय निश्चित होना क्यों जरुरी होता है और किस समय नहीं सोना चाहिए (sone ka sahi samay)।

शोध बताते हैं कि नींद चक्र के अनियमित होने से कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं पैदा हो सकती है। रोजाना निश्चित समय पर नहीं सोने से नींद चक्र में आये बदलाव से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है जिसके कारण बहुत से रोग आसानी से शरीर पर हमला करके, उसे रोगग्रस्त बना सकते हैं इसलिए रोजाना निश्चित समय पर सोना जरुरी है।

 

 

सूर्योदय के बाद बहुत देर तक सोते रहना – सूर्यादय के बाद बहुत देर तक सोते रहना शरीर और मन को नुकसान पहुंचा सकता है। अधिकांश लोग ऐसा ही करते हैं इसलिए आज मानसिक तनाव से ग्रस्त रहने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गयी है क्योंकि सूर्योदय के बाद तक सोते रहना मानसिक तनाव को पैदा करता है।

दिन के समय सोना – दिन में ज्यादा देर सोने से मोटापा बढ़ता है। दिन में सोने से पाचन तंत्र बिगड़ने लगता है और पेट सम्बन्धी बीमारियां होने लगती हैं।

संध्या समय सोना – माना जाता है कि संध्या समय देवी-देवताओं की पूजा अर्चना का समय होता है इसलिए इस समय सोने से कार्यों में सफलता नहीं मिलती है इसलिए संध्या समय यानी सूर्यास्त के समय नहीं सोना चाहिए।

अब आप जान गए हैं कि सोने का समय निश्चित होना कितना जरुरी होता है और किस समय सोना आपके शरीर को नुकसान पहुँचाता है इसलिए इन बातों पर गौर करिये और अपने तन-मन को स्वस्थ बनाये रखने के लिए अपने सोने के समय को निश्चित बनाये रखिये।

Updated: 21/07/2021 — 10:12

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