Zita Plus Tablet

ज़ीटा प्लस टैबलेट, टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा है.. स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम के साथ इसे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह किडनी की क्षति और अंधेपन जैसी डायबिटीज की गंभीर समस्याओं को रोकने में मदद करता है.

ज़ीटा प्लस टैबलेटको आमतौर पर तब निर्धारित किया जाता है जब आहार और व्यायाम या अन्य दवाएं अकेले ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त साबित न हो. आपका डॉक्टर इसे अकेले या डायबिटीज की अन्य दवाओं के साथ कॉम्बिनेशन में दे सकता है. d इसे भोजन के साथ या बिना भोजन के लिया जा सकता है. डोज़ आपकी कंडीशन और ब्लड शुगर लेवल पर निर्भर करेगी. डॉक्टर की सलाह अनुसार ही इसका इस्तेमाल करें.

अधिकतम लाभ पाने के लिए इसे रोज एक तय समय पर ही लेना चाहिए.. जब तक आपका डॉक्टर नहीं कहता तब तक दवा लेना बंद न करें. यह दवा आपके ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और भविष्य में गंभीर जटिलताओं से बचने में मदद करती है. इस दवा के सेवन के दौरान डॉक्टर द्वारा बताए गए डाइट और व्यायाम से जुड़े दिशानिर्देशों का गंभीरता से पालन करें. आपकी जीवनशैली डायबिटीज को नियंत्रित करने में एक बड़ी भूमिका निभाती है.

इस दवा के सबसे सामान्य साइड इफेक्ट हाइपोग्लाइसेमिया और कब्ज हैं.. हाइपोग्लाइसेमिया (जैसे कि हल्का सिर दर्द, चक्कर आना, बेहोशी और मुंह सूखना)के लक्षणों को पहचानना और इनसे निपटने के तरीके जानना आवश्यक है. आप शुगर या ग्लूकोज कैंडी साथ रखें और अगर आपको किसी लक्षण का अनुभव हो तो आप इसे ले सकें. अगर साइड इफेक्ट नहीं जा रहे हों या आपको परेशान कर रहे हों तो अपने डॉक्टर से बात करें.

इस दवा को लेने से पहले, अगर आपको कभी भी किडनी या हार्ट की कोई बीमारी या पैन्क्रीअस से संबंधित समस्या हुई तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं. गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसे लेने से पहले डॉक्टर से भी परामर्श करना चाहिए. कुछ अन्य दवाएं जो आप ले रहे हैं इस दवा के कार्य में हस्तक्षेप कर सकती हैं. इसलिए, यह सुनिश्चित करें कि आपके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सभी दवाओं की जानकारी आपके डॉक्टर को है. इस दवा का सेवन करते समय शराब को सीमित मात्रा में लें क्योंकि इससे ब्लड शुगर के स्तर में कमी आने का जोखिम’ बढ़ सकता है. दवा सही तरीके से काम कर रही है इसकी जांच करने के लिए आपको किडनी फंक्शन और ब्लड ग्लूकोज लेवल जैसे नियमित टेस्टों की आवश्यकता पड़ सकती है.

Updated: 28/06/2021 — 09:13

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