जलरा 50mg टैबलेट, टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा है.. स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम के साथ इसे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह किडनी की क्षति और अंधेपन जैसी डायबिटीज की गंभीर समस्याओं को रोकने में मदद करता है.
जलरा 50mg टैबलेटको आमतौर पर तब निर्धारित किया जाता है जब आहार और व्यायाम या अन्य दवाएं अकेले ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त साबित न हो. यह अकेले या अन्य मधुमेह दवाओं के साथ संयोजन में लिख सकता है। इसे भोजन के साथ अथवा बिना लिया जा सकता है इसे भोजन के साथ या बिना भोजन के लिया जा सकता है. डोज़ आपकी कंडीशन और ब्लड शुगर लेवल पर निर्भर करेगी. डॉक्टर की सलाह अनुसार ही इसका इस्तेमाल करें.
अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए इसे हर दिन एक नियत समय पर लिया जाना चाहिए..जब तक आपके डॉक्टर ने सलाह न दी हो तब तक दवा लेना बंद न करें. इस दवा के सेवन के दौरान डॉक्टर द्वारा बताए गए डाइट और व्यायाम से जुड़े दिशानिर्देशों का गंभीरता से पालन करें. आपकी जीवनशैली डायबिटीज को नियंत्रित करने में एक बड़ी भूमिका निभाती है.
जलरा 50mg टैबलेट के सबसे आम साइड इफेक्ट हाइपोग्लाइसीमिया, कंपकपी , सिर दर्द, चक्कर आना, थकान, और मिचली आना हैं. हाइपोग्लाइसेमिया (जैसे कि हल्का सिर दर्द, चक्कर आना, बेहोशी और मुंह सूखना)के लक्षणों को पहचानना और इनसे निपटने के तरीके जानना आवश्यक है. आप शुगर या ग्लूकोज कैंडी साथ रखें और अगर आपको किसी लक्षण का अनुभव हो तो आप इसे ले सकें.अपने चिकित्सक से संपर्क करें यदि दुष्प्रभाव दूर नहीं होते हैं या आपको चिंता होती है।
इस दवा को लेने से पहले, अगर आपको कभी भी किडनी या हार्ट की कोई बीमारी या पैन्क्रीअस से संबंधित समस्या हुई तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं. गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसे लेने से पहले डॉक्टर से भी परामर्श करना चाहिए. कुछ अन्य दवाएं जो आप ले रहे हैं इस दवा के कार्य में हस्तक्षेप कर सकती हैं. इसलिए, यह सुनिश्चित करें कि आपके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सभी दवाओं की जानकारी आपके डॉक्टर को है. इस दवा का सेवन करते समय शराब को सीमित मात्रा में लें क्योंकि इससे ब्लड शुगर के स्तर में कमी आने का जोखिम’ बढ़ सकता है. दवा सही तरीके से काम कर रही है इसकी जांच करने के लिए आपको किडनी फंक्शन और ब्लड ग्लूकोज लेवल जैसे नियमित टेस्टों की आवश्यकता पड़ सकती है.